कहते हैं शास्त्र, मौत से पहले इंसान में दिखाई देते हैं ये 8 लक्षण

मृत्यु क्या है? यह प्रश्न मनुष्य के लिए हमेशा से एक पहेली बना हुआ है। विज्ञान इसकी अलग परिभाषा देता है तो पौराणिक व धार्मिक ग्रंथों का मानना है कि मृत्यु सिर्फ शरीर की होती है। आत्मा तो हमेशा के लिए अमर है। शास्त्रों में मृत्यु से पूर्व दिखाई देने वाले लक्षणों का भी उल्लेख किया गया है। जानिए उन 8 लक्षणों के बारे में

मृत्यु का समय नजदीक आने पर इंसान की आंखों की रोशनी एकदम खत्म हो जाती है। उसे नजदीक रखी वस्तुएं और पास बैठे लोग दिखाई नहीं देते।
शास्त्रों के अनुसार, जिस व्यक्ति की शीघ्र मृत्यु होनी है उसे जल, तेल आदि पदार्थों में (दृष्टि के बावजूद) अपना चेहरा नहीं दिखाई देता। अगर दिखता है तो मलिन और विकृत दिखता है।
जिन्होंने अपना पूरा जीवन शुभ व परोपकार के कार्यों में बिताया है उन्हें मृत्यु का भय नहीं होता। उन्हें जिंदगी के आखिरी समय में एक सुनहरा प्रकाश दिखाई देता है।
साधारण मनुष्य को उसके द्वारा किए गए अच्छे-बुरे कार्यों की झलक दिखाई देती है। उसके जीवन की कई घटनाएं उसे याद आती हैं।
गरुड़ पुराण के मुताबिक, मुत्यु से पूर्व यम के दूत उस प्राणी के पास आते हैं।
जिन्होंने पूरी जिंदगी खोटे कर्म किए हैं उन्हें यम के भयानक दूत दिखाई देते हैं।
आखिरी समय में इंसान कुछ बोल नहीं पाता। उसके बोलने की शक्ति खत्म हो जाती है।
इसके बाद यमदूत उस प्राणी की आत्मा को आकाश मार्ग से यमराज के पास ले जाते हैं। वहां उसके कर्मों के आधार पर न्याय होता है।
मृत्यु इस जीवन का अंत है लेकिन उसके साथ एक नया जीवन शुरू होता है। इसलिए जब तक इंसान धरती पर है, उसे भगवान का स्मरण और नेक काम करने चाहिए।